Skin Care : टैनिंग और सन बर्न से बचाएंगे ये शानदार उपाय

Skin Care : गर्मियों के मौसम में बाहर निकलने से काफी डर लगता है। तेज धूप त्वचा को कुछ ही समय में झुलसा देती है और फिर होती है सनबर्न और जलन की समस्या। इस तरह की समस्याएं महिलाओं को अक्सर होती हैं । सनबर्न में त्वचा की ऊपरी परत झुलसी और बदरंग या काली नजर आने लगती है। चेहरे और हाथों का सेंसिटिव पार्ट सनबर्न का शिकार जल्दी होता है। जैसे आंखों और होंठों के आसपास की त्वचा। ग्लैमरस में हम लाए है खास आपके लिए जो Skin Care : टैनिंग और सन बर्न से बचाएंगे ये शानदार उपाय ।

अधिकतर लड़कियां या महिलाये धूप में चेहरा ढंक लेती हैं, हालांकि जो हिस्सा ढंका रहता है वो धूप से बच जाता है, लेकिन जो खुला रह जाता है वो काला और बदरंग पड़ चुका होता है। यही  सनबर्न के लक्षण हैं, जिसे छूने पर जलन भी होती है। हालाकि कुछ दिनों में यह समस्या ठीक हो जाती है, लेकिन आप इससे तुरंत छुटकारा पाना चाहते हैं तो कुछ घरेलू उपाय हैं, जिससे छुटकारा पाया जा सकता है। यह त्वचा से सन टैनिंग को भी हटाएगा।

तेज धूप बढ़ने के साथ आपकी स्किन के लिए भी सन बर्न का जोखिम बढ़ता जा रहा है। स्किन के सूरज की किरणों के संपर्क में आने से कई सारी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इनसे बचाव के लिए सनलाइट में जाने से पहले सनस्क्रीन अप्लाई करने की सलाह दी जाती है। मार्केट में तरह-तरह के एसएफ युक्त सनस्क्रीन उपलब्ध हैं। ये स्किन पर एक प्रोटेक्टिंग लेयर तैयार कर देती हैं, जिससे कि सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से होने वाली स्किन के नुकसान को कम करती है। सनस्क्रीन में एसएफ के साथ-साथ केमिकल्स भी मिलाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

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Skin Care : नेचुरल इनग्रेडिएंट जो बचाएंगे टैनिंग और सन बर्न से

1. दूध और नींबू का रस

दूध आपकी त्वचा से सन टैनिंग को रिवर्स कर देता है। साथ ही साथ यह आपकी स्किन को सूर्य से होने वाले नुकसान से भी बचाता है। इसके साथ ही कच्चा दूध कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है और त्वचा में प्राकृतिक ग्लो बरकरार रहता है। इसके अलावा जब आप अपनी त्वचा पर ठंडा कच्चा दूध लगाती हैं, तो यह सनबर्न से राहत प्रदान करता है। वही नींबू के रस में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है, जो सूरज के हानिकारक यूवी किरणों के कारण होने वाले काले धब्बों की रंगत को कम करता है और पिगमेंटेड स्किन को ट्रीट करता है।

उपाय – दो चम्मच कच्चे दूध में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। इन्हें अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद एक कॉटन बॉल को इस मिश्रण में डुबोएं और इन्हे अपनी त्वचा पर सभी और अच्छी तरह अप्लाई करें।

2. एलोवेरा और ग्लिसरीन

एलोवेरा या ग्वारभाटा और ग्लिसरीन एक माइल्ड सनस्क्रीन फार्मूला है, जिसे आप घर के अंदर सनस्क्रीन के तौर पर अप्लाई कर सकती हैं। एलोवेरा बेहद प्रभावी रूप से सनलाइट को ब्लॉक करता है। वहीं ग्लिसरीन भी त्वचा पर यूवी रेज और एनवायरमेंटल पोल्यूटेंट्स के लिए रुकावट की तरह काम करती है। इसके साथ ही यह स्किन में नमी को भी बनाए रखती है, जिससे की ह्यूमिड क्लाइमेट में भी स्किन सॉफ्ट नजर आती है।

उपाय -एक स्प्रे बोतल में एलो वेरा जेल, रोज वॉटर और ग्लिसरीन को एक साथ अच्छी तरह मिक्स करते हुए एक वॉटर कंसिस्टेंसी सनस्क्रीन तैयार करें। अब इसे चेहरे, हाथ एवं गर्दन की त्वचा पर नियमित रूप से अप्लाई करें। इससे आपकी स्किन स्वस्थ एवं ग्लोइंग रहेगी और सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव भी कम से कम होगा।

3. एलोवेरा और जिंक लोशन

एलोवेरा जेल त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है, यह अल्ट्रावायलेट रेज को लगभग एक चौथाई तक ब्लॉक कर देती हैं। वहीं इसे बनाने में इस्तेमाल हुए जिंक ऑक्साइड सूरज की हानिकारक किरणों को त्वचा से स्कैटर यानी की डायवर्ट कर देते हैं। यह अल्ट्रावायलेट रेज के हानिकारक प्रभाव को बहुत हद तक कम कर देते हैं। जिंक ऑक्साइड आपको आसानी से अपने आसपास के किसी भी केमिस्ट स्टोर में उपलब्ध हो जाएगा।

उपाय – एक चम्मच एलोवेरा जेल, आधा चम्मच जोजोबा ऑयल और पानी को एक साथ मिक्स करते हुए एक लोशन तैयार करें अब इसमें SPF 15 की गुणवत्ता जोड़ने के लिए 2 चम्मच जिंक ऑक्साइड पाउडर ऐड करें। सभी को एक साथ अच्छी तरह से मिक्स करते हुए एक स्मूद पेस्ट तैयार कर लें।

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4. खीरे का रस

गर्मी और तपन को खीरा ठंडक पहुंचाने का कार्य करता है । सनबर्न से राहत पाने के लिए खीरे का रस भी अप्लाई कर सकते हैं।

उपाय -सबसे पहले खीरे को धोकर उसे अच्छी तरह छील लें। उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में कर लें और फिर पीस लें। अब इसका पेस्ट 20 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें और फिर उसे सनबर्न वाली जगह पर लगाएं। इससे आपको ठंडक का एहसास होगा। अगर सनबर्न की वजह से त्वचा अधिक जल गई और इसकी वजह से जलन हो रही है तो खीरे का रस लगाने से बचें।

5. रास्पबेरी सीड ऑयल

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार रास्पबेरी सीड ऑयल में UVB के प्रभाव को कम करने के लिए spf 28 से 50 की मात्रा पाई जाती है। वहीं UVA के प्रभाव को कम करने के लिए spf 8 पाया जाता है। इस ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई की गुणवत्ता पाई जाती है, जो त्वचा पर सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले फ्री रेडिकल्स डैमेज को कम कर देते हैं। यह स्किन सेल्स को रीजनरेट करता है, साथ-साथ स्किन टोन और इलास्टिसिटी को बढ़ावा देता है।

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