पहले लड़कियाँ और महिलाएं वेजाइनल हेल्थ , हाइजीन , पिरियड्स ,प्यूबिक हेयर ,अंडरगारमेंट , कंडोम आदि विषयों पर बात करने से संकोच करती थी , लेकिन अब समय के साथ इस सोच में काफी बदलाव आया है | बड़े शहरों में तो गर्ल्स का इन विषयों पर चर्चा करना आम बात है , लेकिन गांवों और कस्बों में आज भी इन पर चर्चा करना वर्जित माना गया है | वेजाइना हाइजीन शरीर की स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है , इसीलिए हम लाए है आपके लिए वेजाइना हाइजीन Wellness Tips जिससे आप भी खास ख्याल रखे अपने वेजाइनल हेल्थ का और फिट रहे |
वेजाइना हाइजीन Wellness Tips
वेजाइना हाइजीन अर्थात योनि को साफ सुथरा रखना जिससे हमारी वेजाइनल हेल्थ अच्छी रहें | इसमे वेजाइना और वल्वा के अलावा योनि के आस – पास का हिस्सा होता है जिसे साफ रखने से इंफेक्शन का खतरा कम होता है। इंफेक्शन की वजह से वेजाइना से जुड़ी समस्याओं जैसे डिस्चार्ज होना, स्मैल आना, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज आदि का खतरा बढ़ जाता है।साथ ही कई महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है। इसलिए वेजाइनल हाइजीन को मेंटेन करके रखना बेहद जरूरी है और इस बारे में हर लड़की और महिलाओं को जानकारी होनी चाहिए।
डिस्चार्ज – अगर डिस्चार्ज क्लियर और व्हाइट है तो कोई परेशानी की बात नहीं है। इस तरह का डिस्चार्ज जरूरी होता है क्योंकि यह वेजाइना को ड्राई नहीं होने देता है, लुब्रिकेंट की तरह काम करता है और आपके वेजाइना को हेल्दी रखता है। लेकिन अगर डिस्चार्ज का कलर बदल जाए या बदबू आने लगे तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि यह इंफेक्शन के खतरे को बढ़ाता है।
1. प्यूबिक हेयर
कुछ लड़कियां प्यूबिक हेयर को छोटे रखना पसंद करती है , तो कुछ महिलाएं प्यूबिक हेयर को शेव करना पसंद करती हैं। इसके लिए महिला ब्लेंड से शेविंग करना पसंद करती हैं लेकिन इससे वेजाइना की त्वचा में छोटे-छोट स्क्रैच आते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते हैं। इन स्क्रैचेस में इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान भी आपको शेविंग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है। अपनी योनि एवं इसके आस पास सफाई का सबसे अच्छा तरीका समय-समय पर इसे ट्रिम करना है। शेविंग की बजाय, कैंची से हटाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। शेविंग नुकसान पहुंचा सकती है, त्वचा में जलन पैदा करती है और गलत कट का कारण बनती है। आप चाहें तो वैक्सिंग भी करा सकती हैं लेकिन इसमें दर्द थोड़ा ज्यादा होता है।
2. अंडरवियर
जब अंडरवियर के पहनने की बात आती है, तब आपको हमेशा कॉटन को प्राथमिकता देनी चाहिए। कॉटन हवा की नमी को अवशोषित करता है, जबकि सिंथेटिक पेंटी पहनने से पसीना ज्यादा आता है और इस हिस्से के गीला रहने के कारण आपको समस्या हो सकती है। इसके साथ ही आपको ज्यादा टाइट अंडरवियर पहनने से बचना चाहिए। सिल्की और सिंथेटिक कपड़े से बने टाइट पैंटीज दिखने में अच्छी लगती हैं, लेकिन वह बहुत सहज नहीं हैं। वह हवा को प्रसारित होने से रोकती हैं जिससे पसीने और नमी की समस्या होती हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है।
3. पिरियड्स
पीरियड्स के दिनों में कुछ लड़कियां और महिलाएं लंबे समय तक एक ही पैड्स का इस्तेमाल करती हैं, इससे इंफेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए हर 3 से 4 घंटे के बाद पैड को बदलना चाहिए। साथ ही पीरियड्स के दिनों में कुछ महिलाएं टैम्पून का इस्तेमाल करती हैं। ब्लड को बाहर लीक होने से बचाने के लिए टैम्पून को वेजाइना के अंदर डाला जाता है। इससे कपड़े खराब नहीं होते हैं। इसे भी हर 3 घंटे में इसे बदलना चाहिए। पीरियड्स के दौरान भी अपनी वेजाइना को अच्छी तरह से कॉटन से साफ करके ही नया पैड इस्तेमाल करे
4. वेजाइना क्लीनिंग
वेजाइना को साफ करने के लिए ज्यादा साबुन के इस्तेमाल से बचना चाहिए। परफ्यूम , एंटीसेप्टिक्स और ग्लिसरॉल जैसे हानिकारक केमिकल्स युक्त साबुन का प्रयोग वेजाइना के हाइजीन को प्रभावित करता है। इसके अलावा, यह पीएच में भी बदलाव कर सकता है जो जलन पैदा करता है और अनहेल्दी बैक्टीरिया की ग्रोथ का कारण बन सकता है। साबुन और अन्य केमिकल्स बेहद ड्राईनेस और परेशानी पैदा कर सकते हैं। इसकी बजाय सादे पानी का इस्तेमाल करें। आप चाहें तो वेजाइनल वॉश का इस्तेमाल कर सकती हैं लेकिन हर बार इसका इस्तेमाल न करें, इसे दिन में एक बार इस्तेमाल करें और अपनी वेजाइना को हमेशा टिश्यू या टॉवल से सुखाएं।
5. ड्राई अंडरगारमेंट्स
यूरिन करने के बाद वेजाइना को न पोंछने से पैंटी गीली हो सकती है, जिससे न केवल दुर्गंध आ सकती है, बल्कि आपको योनि के इन्फेक्शन का खतरा भी हो सकता है। इसलिए, हमेशा टॉयलेट पेपर या मुलायम कपड़े से इस हिस्से को पोंछने की सलाह दी जाती है, ताकि आपका अंडरवियर हमेशा सूखा रहे। वेजाइनल फ्लूएड या डिस्चार्ज एक हेल्दी वेजाइना का संकेत है। पाउडर जैसे प्रोडट्स का इस्तेमाल या वेजाइना को अत्यधिक पोंछने से यह बहुत ड्राई हो सकता है जिससे खुजली और वेजाइना में ड्राईनेस होती है।
6. वेजाइना पीएच
कई महिलाओं को लगता है कि नीचे के एरिया को साफ रखने के लिए इसकी अच्छी तरह से सफाई करनी होगी। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपकी वेजाइना का एक निश्चित पीएच लेवल होता है और इसके साथ खिलवाड़ करने से इंफेक्शन हो सकता है , इसलिए प्रकृति द्वारा दिए गए पीएच को बनाए रखें |
वेजाइना हाइजीन कब से ?
वेजाइनल हाइजीन की आदत लड़कियों में बचपन से ही होनी चाहिए। हालांकि छोटी लड़कियों को पीरियड्स नहीं होते हैं लेकिन फिर भी हाइजीन मेंटेन करना जरूरी है। उदाहरण के लिए, मान लो कोई वॉशरूम जाता है तो उसे आगे से पीछे की ओर साफ करना चाहिए। ऐसा नहीं करने से पीछे की बैक्टीरिया आगे आ जाते हैं और यूरिन इंफेक्शन का कारण बनते हैं और वेजाइना और वल्वा का इंफेक्शन बढ़ जाता है।
हेल्दी वेजाइनल Tips
- रोजाना अंडरगार्मेंट्स बदलें। सोते समय अंडरगार्मेंट्स न पहने ताकि स्किन सांस लें सके।
- टाइट अंडरगार्मेंट्स न पहनें।
- अगर पसीना आ रहा है तो अंडरगार्मेंट्स जरूर बदल लें।
- यूरिन के बाद प्राइवेट पार्ट्स को अच्छे से साफ करें।
- सेक्स के बाद प्राइवेट पार्ट्स को जरूर साफ करें।
- समय समय पर प्यूबिक hair को हटाएं। इसके लिए केमिकल युक्त हेयर रिमूवर का इस्तेमाल न करें। अगर वैक्सिंग कराना चाहती हैं तो अपनी स्किन की स्थिति को देख कर करवाएं। ट्रिमर के इस्तेमाल से प्यूबिक hair को हटाया जा सकता है।
- वेजाइना को साफ करने के लिए केमिकल युक्त साबुन का प्रयोग न करें।
- पीरियड्स में किसी गंदे कपड़े का इस्तेमाल न करें।
- पिरियड्स के दौरान एक पैड या टैम्पोन का इस्तेमाल न करें। चार से छः घंटे में जरूर बदलें।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग वेजाइना हाईजिन की सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| यदि आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के दिए गए सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें |