याद है वो दिन जब मेरी दोस्त नेहा ने मुझे कॉल करके कहा था, “यार, मुझे लगता है सब कुछ perfect है!” उसकी आवाज़ में खुशी थी, लेकिन कुछ महीनों बाद वही नेहा रो रही थी और कह रही थी, “मुझे पहले ही signs दिख रहे थे, पर मैंने ignore कर दिए।”
क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ है? प्यार में पड़ने पर हम अक्सर गुलाबी चश्मा लगा लेते हैं और वो red flags नज़रअंदाज़ कर देते हैं जो हमें शुरुआत में ही दिख जाते हैं। लेकिन सच यह है कि हर रिश्ते में कुछ warning signs होते हैं जो हमें बताते हैं कि “रुको, कुछ गड़बड़ है!”
आज मैं आपके साथ 10 ऐसे ही डेटिंग रेड फ्लैग्स शेयर कर रही हूं जो मैंने खुद देखे हैं, मेरी दोस्तों ने experience किए हैं, और जिन्हें पहचानना बेहद जरूरी है। यह सिर्फ एक लिस्ट नहीं है – यह आपकी emotional well-being की रक्षा करने का तरीका है।
1. वो आपकी बातों को seriously नहीं लेते
आपने कभी notice किया है कि जब आप अपनी feelings share करते हैं, तो सामने वाला बस “हां-हूं” करके टाल देता है? या फिर आप कुछ important बता रहे हैं और वो phone scroll कर रहा है?
प्रिया की कहानी मुझे याद आती है। वो अपने boyfriend को बताती थी कि उसे अपनी नई job को लेकर कितनी anxiety है, लेकिन हर बार उसका response होता था, “Chill यार, sab theek ho jayega।” कोई genuine concern नहीं, कोई support की बात नहीं। छह महीने बाद प्रिया को एहसास हुआ कि यह सिर्फ उसी की feelings के साथ नहीं, बल्कि हर चीज़ में था – उसके career goals, उसके सपने, उसकी परेशानियां, सब कुछ।
Warning Signs:
- आपकी बातों को बीच में काट देना
- आपकी problems को “over-thinking” बताना
- जब आप emotional हों तो उन्हें irritation होना
- आपकी achievements को downplay करना
एक healthy relationship में दोनों partners एक-दूसरे की बातें ध्यान से सुनते हैं, validate करते हैं, और support देते हैं। अगर आपको लगातार यह feel हो रहा है कि आपकी बातों की कोई value नहीं है, तो यह एक clear red flag है।
2. आपको उनके friends या family से मिलने नहीं देते
तीन-चार महीने हो गए डेटिंग करते हुए, लेकिन अभी तक आपने उनके किसी करीबी को नहीं देखा? जब भी आप मिलने की बात करते हैं तो वो topic change कर देते हैं?
मेरी cousin रिया की dating life में यही हुआ। आठ महीने तक उसका boyfriend कहता रहा, “Abhi sahi time nahi hai,” “Meri family bahut conservative hai,” “Thoda aur wait karte hैं।” जब सच सामने आया, तो पता चला वो किसी और को भी date कर रहा था।
यह हमेशा cheating के बारे में नहीं होता। कभी-कभी लोग आपको अपनी real life से इसलिए दूर रखते हैं क्योंकि:
- वो relationship को serious नहीं मानते
- उन्हें आपके साथ देखे जाने में शर्म आती है
- वो अपने options open रखना चाहते हैं
- वो commitment से डरते हैं
क्या करें?
अगर काफी समय हो गया है और still वो आपको अपनी personal life में शामिल नहीं कर रहे, तो directly बात करें। एक honest conversation से बहुत कुछ clear हो जाता है।
3. लगातार controlling behavior दिखाई देता है
शुरुआत में यह “care” की तरह लगता है। “इतनी रात को कहां जा रही हो?”, “ये कौन है तुम्हारे साथ photo में?”, “उस लड़के से बात क्यों कर रही थी?”
लेकिन धीरे-धीरे यह care से control में बदल जाता है।
अंजलि को लगता था कि उसका partner बहुत protective है। लेकिन फिर demands शुरू हुईं – “मुझे तुम्हारे phone का password चाहिए,” “तुम उस friend से मिलना बंद करो,” “ये dress mat pehno।” जो प्यार लग रहा था, वो actually possessiveness थी।
Controlling behavior के signs:
- आपकी हर movement track करना
- आपके friendships में interference करना
- आपके decisions में हर बार अपनी राय थोपना
- Jealousy को love बताना
- आपको isolate करने की कोशिश करना
याद रखिए, प्यार में trust होता है, suspicion नहीं। Care में respect होता है, control नहीं। अगर कोई आपकी freedom को limit कर रहा है, तो यह प्यार नहीं, toxic behavior है।
4. वो अपनी गलतियां कभी नहीं मानते
हर झगड़े में, हर misunderstanding में, हर problem में – galti हमेशा आपकी होती है? और अगर clear तौर पर उनकी गलती है, तो वो deflect करते हैं, blame shift करते हैं, या फिर आपको ही crazy feel कराते हैं?
यह gaslighting का sign है, और यह सबसे dangerous डेटिंग रेड फ्लैग्स में से एक है।
मेघा को हर बार यही सुनना पड़ता था: “तुम बहुत sensitive हो,” “मैंने ऐसा कभी नहीं कहा,” “तुम चीजों को misunderstand कर रही हो।” धीरे-धीरे उसने खुद पर doubt करना शुरू कर दिया। उसे लगने लगा कि शायद problem really उसी में है।
Red flags in conflict:
- “Sorry” कहने में ego आना
- हर बार victim card खेलना
- आपकी feelings को invalidate करना
- Past mistakes बार-बार निकालना
- Problem solve करने की बजाय blame game खेलना
एक mature partner अपनी गलतियां स्वीकार करता है, माफी मांगता है, और improve करने की कोशिश करता है। अगर आपका partner हर बार आपको ही guilty feel कराता है, तो यह relationship आपकी mental health के लिए toxic है।
5. Hot and cold behavior – कभी बहुत प्यार, कभी बिल्कुल ignore
एक हफ्ते वो दुनिया के सबसे loving partner हैं – calls, messages, attention, everything perfect। अगले हफ्ते suddenly वो गायब हो जाते हैं। कोई reply नहीं, कोई explanation नहीं।
यह “breadcrumbing” कहलाता है, और यह emotionally draining है।
सिमरन ने तीन महीने तक यही सहा। उसका boyfriend कभी उसे “love of my life” बुलाता, कभी दिनों तक phone नहीं उठाता। जब वो confront करती, तो उसका जवाब होता, “Yaar, busy tha।” लेकिन social media पर वो active रहता था।
यह क्यों होता है?
- वो emotionally unavailable हैं
- उन्हें validation चाहिए, commitment नहीं
- वो आपको option की तरह रख रहे हैं
- उन्हें खुद नहीं पता वो क्या चाहते हैं
आपको क्या करना चाहिए?
Consistency देखें, words नहीं। Actions speak louder than words – यह cliché है लेकिन सच है। अगर कोई सच में interested है, तो वो consistent effort दिखाएगा। Yo-yo behavior accept मत करिए।
6. वो आपकी boundaries को respect नहीं करते
आपने clear कहा है कि आपको रात को late calls पसंद नहीं, फिर भी वो 2 बजे phone करते हैं। आपने बताया है कि आपको personal space चाहिए, लेकिन वो unannounced आपके घर आ जाते हैं। आपने कहा है कि कुछ topics discuss नहीं करने, फिर भी वो बार-बार उठाते हैं।
Boundaries respect करना love की foundation है।
मेरी दोस्त काव्या physically intimate होने के लिए ready नहीं थी। उसने अपने boyfriend को साफ-साफ बताया भी। लेकिन वो हर date पर pressure बनाता, emotional blackmail करता – “अगर तुम मुझसे प्यार करती हो तो…” यह love नहीं, manipulation था।
Boundary violations include:
- आपकी “no” को challenge करना
- आपकी comfort zone को push करना
- आपकी personal space में uninvited entry
- आपकी privacy को invade करना
- आपको guilty feel कराकर अपनी बात मनवाना
एक respectful partner आपकी boundaries को समझता है, accept करता है, और उनकी रक्षा करता है। अगर कोई लगातार आपकी boundaries cross कर रहा है, तो यह major red flag है।
7. Financial transparency की कमी या money-related weird behavior
पैसे की बात करना awkward लग सकता है, लेकिन यह बेहद important है। कुछ लोग relationships को financially exploit करने के लिए use करते हैं।
Warning signs:
- हमेशा आपसे पैसे उधार लेना, कभी वापस नहीं करना
- अपनी financial situation के बारे में झूठ बोलना
- हर date पर आपसे expect करना कि आप pay करेंगे
- आपके पैसे पर नज़र रखना या control करने की कोशिश
- Expensive gifts की demand करना
रितिका को धीरे-धीरे realize हुआ कि उसका boyfriend सिर्फ तब मिलने आता था जब उसे पैसों की जरूरत होती। छोटे-छोटे excuses – “Ghar ka rent pending hai,” “Medical emergency hai,” “Friend ko help karनी है।” छह महीने में उसने लाखों रुपये दिए, जो कभी वापस नहीं आए।
यह सिर्फ पैसे की बात नहीं है – यह trust और intention की बात है। एक genuine person financial transparency रखता है और आपका फायदा नहीं उठाता।
8. वो अपने exes के बारे में बुरा ही बोलते हैं
पहली-दूसरी date पर ही अगर कोई अपने सभी exes को “crazy,” “psycho,” या “toxic” बता रहा है, तो carefully सुनिए। अगर उनकी हर past relationship में problem दूसरे person में थी, तो शायद common factor कोई और है।
निधि को लगा कि उसका boyfriend बहुत honest है क्योंकि वो अपनी past relationships के बारे में खुलकर बात करता था। लेकिन हर story में वो victim था और हर ex “problematic” थी। तीन महीने बाद जब उनका breakup हुआ, तो guess क्या? वो अपने friends को निधि के बारे में भी वही बातें बता रहा था।
क्यों यह red flag है?
- यह lack of accountability दिखाता है
- यह उनके conflict resolution skills के बारे में बताता है
- Future में वो आपके साथ भी ऐसा ही कर सकते हैं
- यह immaturity का sign है
एक mature person अपनी past relationships से सीखता है, हर relationship में अपनी role समझता है, और respectfully बात करता है – भले ही breakup बुरा ही क्यों न हुआ हो।
9. वो आपके साथ future plans की बात से कतराते हैं
महीनों बीत गए, लेकिन जब भी आप future की बात करते हैं – चाहे next month की trip हो या career goals – वो vague answers देते हैं। “देखते हैं,” “Abhi सोचते हैं,” “Let’s see where this goes।”
यह “situationship” territory है, जहां आप committed हैं, लेकिन वो नहीं।
पूजा ने अपने relationship में दो साल दिए। लेकिन जब भी वो commitment या future की बात करती, उसका boyfriend topic change कर देता। वो present में तो happy था, लेकिन future में उसकी कोई जगह नहीं थी। Eventually, उसने realize किया कि वो बस उसका time waste कर रहा था।
Signs they’re not serious:
- Long-term plans में आपको include नहीं करना
- Relationship status को define नहीं करना
- आपसे commitment की बात पर uncomfortable होना
- “Let’s keep it casual” जैसे statements
अगर आप serious relationship चाहते हैं और वो “go with the flow” type हैं, तो यह compatibility issue है। Better है कि आप दोनों के expectations align करें या move on करें।
10. Gut feeling – आपकी inner voice कह रही है कि कुछ गड़बड़ है
सबसे important red flag आपकी own intuition है। कभी-कभी सब कुछ겉 से perfect लगता है, लेकिन अंदर से कुछ कह रहा होता है, “Something’s off।”
मुझे याद है जब मैं किसी को date कर रही थी। Paper पर वो perfect था – अच्छी job, अच्छा family, अच्छा behavior। लेकिन हर date के बाद मुझे एक strange discomfort feel होता था जो मैं explain नहीं कर पा रही थी। दोस्तों ने कहा, “तुम overthink कर रही हो।” लेकिन तीन महीने बाद, मेरी gut feeling सही निकली।
आपकी body और mind आपको signals देते हैं:
- Anxiety feel होना जब उनका message आता है
- उनके साथ होने पर relax नहीं कर पाना
- Friends और family से relationship hide करना
- Constantly second-guess करना
- Uncomfortable feel होना जो explain नहीं कर सकते
Trust your gut. यह आपका subconscious mind है जो उन patterns को पकड़ रहा है जो consciously आप miss कर रहे हैं।
इन Red Flags को देखकर क्या करें?
सबसे जरूरी बात यह है कि खुद को दोष न दें। रेड फ्लैग्स को पहचानना और मानना आसान नहीं होता, खासकर तब जब आप उस व्यक्ति से भावनात्मक रूप से जुड़े हों।
प्रैक्टिकल स्टेप्स
1. नोट करें
अपनी भावनाएं किसी जर्नल में लिखें। जब आप चीजें लिखते हैं, तो पैटर्न पहचानना आसान हो जाता है।
2. भरोसेमंद दोस्त से बात करें
कभी-कभी बाहर से देखने वाला स्थिति को ज्यादा साफ समझ पाता है।
3. सीधी बातचीत करें
अपने पार्टनर से ईमानदारी से बात करें। उन्हें अपने व्यवहार को सुधारने का एक मौका दें।
4. अपनी सीमाएं तय करें
यह तय करें कि आपके लिए क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं। कुछ चीजें आपके लिए नॉन-नेगोशिएबल हो सकती हैं।
5. प्रोफेशनल मदद लें
अगर स्थिति लगातार खराब या टॉक्सिक हो रही है, तो किसी थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करना मददगार हो सकता है।
6. एग्जिट प्लान बनाएं
अगर बदलाव नहीं हो रहा और चीजें आपको तकलीफ दे रही हैं, तो बाहर निकलने की योजना बनाएं। इससे आप सुरक्षित और स्पष्ट निर्णय ले पाते हैं।
FAQs: डेटिंग में रेड फ्लैग्स से जुड़े आम सवाल-जवाब
Q1: क्या हर रेड फ्लैग का मतलब ब्रेकअप होता है?
नहीं। हर रेड फ्लैग का मतलब तुरंत ब्रेकअप नहीं होता। कुछ व्यवहार बातचीत और कोशिश से सुधर सकते हैं। लेकिन अगर रेड फ्लैग्स बढ़ रहे हैं, पैटर्न बार-बार दोहर रहा है, या सामने वाला सुधारने को तैयार नहीं है, तो रिश्ते पर गंभीरता से सोचने की जरूरत होती है।
Q2: मुझे लगता है मैं ज़रूरत से ज़्यादा रिएक्ट कर रही हूं। क्या मैं चीज़ों को बढ़ा-चढ़ाकर देख रही हूं?
अपनी भावनाओं को हल्का मत समझिए। अगर कुछ आपको असहज कर रहा है, तो वह बात महत्वपूर्ण है। फिर भी एक संतुलित नज़रिए के लिए किसी भरोसेमंद दोस्त या थेरेपिस्ट से बात करना मददगार होता है। इससे समझ आता है कि चिंता वाजिब है या आप ज़रूरत से ज़्यादा सोच रही हैं।
Q3: अगर सिर्फ एक-दो रेड फ्लैग हों तो?
कोई रिश्ता परफेक्ट नहीं होता। जरूरी यह है कि:
- क्या सामने वाला अपने व्यवहार को मानता है?
- क्या वह सुधारने की कोशिश कर रहा है?
- रेड फ्लैग छोटे हैं या बड़े डीलब्रेकर्स?
- आपकी खुशी और मानसिक शांति पर इसका क्या असर पड़ रहा है?
Q4: क्या मेरे अंदर भी रेड फ्लैग्स हो सकते हैं?
हां, बिल्कुल। आत्म-जागरूकता जरूरी है। हर इंसान में कुछ न कुछ ऐसे पैटर्न हो सकते हैं जिन पर काम करने की जरूरत होती है। अगर आपको लगे कि आप कंट्रोलिंग, ज्यादा जलन वाले, या रूखे व्यवहार दिखा रहे हैं, तो उस पर काम करें। थेरेपी, ईमानदार आत्म-चिंतन और लगातार कोशिश से काफी बदलाव आ सकता है।
Q5: शुरुआती डेटिंग में रेड फ्लैग्स कैसे पहचानें?
पहली कुछ मुलाकातों में ध्यान दें:
- वो आपको कितने ध्यान से सुनते हैं
- दूसरों, खासकर स्टाफ के साथ कैसा व्यवहार करते हैं
- अपने एक्स के बारे में कैसे बात करते हैं
- आपकी सीमाओं का सम्मान करते हैं या नहीं
- फोन का इस्तेमाल (आपको इग्नोर करना, लगातार किसी और को मैसेज करना)
Q6: क्या लॉन्ग-डिस्टेंस रिश्तों में रेड फ्लैग्स अलग होते हैं?
हां, कुछ संकेत LDR में ज्यादा दिखते हैं:
- बातचीत में लगातार कमी
- मिलने की योजना बनाने से बचना
- सोशल मीडिया पर आपको नजरअंदाज करना
- वीडियो कॉल से बचना
- भविष्य में साथ रहने की कोई योजना न बनाना
Q7: टॉक्सिक रिलेशनशिप से कैसे बाहर निकलें?
निकलना मुश्किल होता है, लेकिन मुमकिन है:
- अपना सपोर्ट सिस्टम मजबूत करें (दोस्त, परिवार)
- सुरक्षित तरीके से बाहर निकलने की योजना बनाएं
- आर्थिक रूप से खुद को सुरक्षित करें
- जरूरत हो तो प्रोफेशनल मदद लें
- नो-कॉन्टैक्ट रूल अपनाएं
- अपने फैसले पर डटे रहें
अंतिम विचार: अपनी खुशी सबसे पहले
रिश्ते खूबसूरत हैं, प्यार जादुई है, लेकिन अपनी mental peace और self-respect से ज्यादा कुछ भी important नहीं है। ये डेटिंग रेड फ्लैग्स इसलिए नहीं बताए गए हैं कि आप har किसी पर doubt करें, बल्कि इसलिए कि आप aware रहें।
“प्यार अंधा होता है” – यह कहावत सुनी होगी। लेकिन सच में, प्यार को अंधा होने की जरूरत नहीं है। Healthy love में clarity होती है, respect होती है, और सबसे important – peace होती है।
अगर आप किसी relationship में हैं जहां आप constantly anxious हैं, अपनी value question कर रहे हैं, या अपनी personality को suppress कर रहे हैं, तो रुकिए और सोचिए। आप better के deserve करते हैं।
याद रखिए, अकेले रहना किसी toxic relationship में रहने से हजार गुना बेहतर है। Single होना कोई failure नहीं है – यह self-love और self-respect का sign है।
तो अगली बार जब आपको कोई red flag दिखे, उसे ignore मत करिए। अपनी gut feeling trust करिए, अपनी boundaries set करिए, और अपनी खुशी को priority दीजिए।
क्योंकि अंत में, सबसे important relationship वो है जो आपका अपने आप के साथ है। बाकी सब उसके बाद आता है।
Stay strong, stay aware, और हमेशा अपनी worth याद रखिए!
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